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??????? ?? ??? ?? : In the Name of Liberty, Hindi edition

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रए मगौट फबबरग सट एटोनी क गर दरवयमान म एक विकत फाक था, इसक अलावा, जीवन भर क जीवन की दखी रोन क अलावा, लकिन दकानो और सराय क छिडकाव स एनिमटड। नबर 38, अपन पडोसियो की तरह, पतथर और लकडी का एक मड, बसा हआ दरवयमान था जो किसी भी तरह हनरी दवितीय क समय स साथ था। परवश दवार नीचा, पिच और डक था। एक तरफ एक मडी हई सीढी जिग-जग म घिर गई। कदर म एक झझरी क साथ एक सकवट दरवाज पर, एक अध की आख की तरह, तहखान म ल जाया गया, जो कि MER कॉरनिश, दवारपाल, न एक किफायती आराम करन वाल सथान की तलाश म यातरियो को एक रात म दो sous पर जान दिया। इस चह क छद क पर एक छिदरयकत गलास जो कि पीप-होल क रप म कारय करता ह, उसकी चपटी नाक और छोटी आखो को दिन क सभी घटो म पहचाना जा सकता ह। लगभग चालीस फीट की ऊचाई पर गिरन क बाद यह खौफनाक परवश, गर लाइट की एक दीवार क खिलाफ गिर गया, जहा आगतक एक अचानक कोण बनाकर एक सकरी अदालत की शदध हवा म चला गया। इसक विपरीत, मारग न अपन बाधित रासत को एक अदालत म ल लिया, और अधिक विशाल, जहा एक मिटटी क रग का मपल एक रगड आशरय की पशकश करता था और कछ पककी बल पीली दीवारो को पकडती थी।


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Product Details
Baagh Press
1034722638 / 9781034722632
Paperback / softback
02/04/2021
326 pages
152 x 229 mm, 435 grams