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21 Shreshth Kahaniyan Manmohan Saral

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कारयकषतर : सपादन, अधयापन व लखन। पहली कहानी 1949 म छपी और पहला कहानी सगरह 'पयास एक : रप दो' 1959 म छपा और चरचित हआ। 1958 म महानद मिशन कालज, गाजियाबाद म पराधयापक स कारयजीवन का परारभ। 1961 म भारत क सरवशरषठ और बहचरचित सापताहिक 'धरमयग' क गरिमामय काल म सहायक सपादक पद सभाला और '89 तक इसी पद पर बन रह। 1989 स '93 तक हिदी फिलमफअर का कारयभार सभाला। 1993 स '95 तक नवभारत टाइमस म सह सपादक रह और फिर साधयकालीन 'दनिक दोपहर' क सपादक रह।

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Product Details
Diamond Pocket Books
8128826093 / 9788128826092
Paperback / softback
891.433
01/06/2012
India
160 pages
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